वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-यूरोपीय देशों ने भी अपने नागरिकों को सूडानी पोर्ट तक पहुंचने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि सूडानी सेना और आरएसएफ आने वाले दिनों में सूडान पोर्ट की तरफ जाने वाले रास्तों पर हिंसा रोककर विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना सकते हैं।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक सूडान में करीब 11,000 अमेरिकी नागरिक मौजूद हैं। उन्हें सूडान पोर्ट पहुंचने के लिए कहा गया है, जहां से अमेरिकी नौसेना उन्हें निकालेगी। सऊदी ने भी शनिवार को बताया कि हजारों से ज्यादा लोग कारों व दूसरे वाहनों से सूडानी पोर्ट पर पहुंच रहे हैं, जहां से सऊदी नौसेन उन्हें जेद्दाह पोर्ट तक पहुंचा रही है।
वहीं, यूरोपीय देशों ने भी अपने नागरिकों को सूडानी पोर्ट तक पहुंचने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि सूडानी सेना और आरएसएफ आने वाले दिनों में सूडान पोर्ट की तरफ जाने वाले रास्तों पर हिंसा रोककर विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना सकते हैं। सूडान पोर्ट लाल सागर में जेद्दाह पोर्ट से कुछ ही दूरी पर है।
वहीं, सूडानी सेना ने आरोप लगाया कि सूडान पोर्ट की तरफ बढ रहे कतरी नागरिकों के काफिले पर आरएसएफ ने हमला कर लूटपाट की है। हालांकि, कतर की तरफ से इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने बताया कि रविवार को सूडान में उनका एक राजनयिक भी गोली लगने से घायल हुआ है। अमेरिका, ब्रिटेन व फ्रांस ने खारतूम स्थित अपने-अपने दूतावासों में मौजूद कर्मचारियों और उनके परिवारों को एयरलिफ्ट कर लिया है। अब वे दूसरे यूरोपीय देशों की मदद कर रहे हैं। वहीं, नीदरलैंड्स के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दो हरक्यूलिस सी-130 और एक एयरबर ए 330 जॉर्डन भेजे हैं। जबकि, जापान ने अपने दूतावास कर्मियों सहित 63 लोगों को जिबूती के रास्ते बाहर निकाल लिया है।
सूडान में अब तक लड़ाई में 413 लोगों की मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि वर्तमान सूडान संघर्ष में 413 लोग मारे गए हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र के बच्चों की एजेंसी ने कहा कि बच्चों को उच्च कीमत चुकानी पड़ रही है, जिसमें कम से कम नौ मारे गए हैं। डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने संयुक्त राष्ट्र की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सूडान में सरकार के आंकड़ों के मुताबिक संघर्ष में 413 लोगों की मौत हुई है और 3551 लोग घायल हुए हैं।