वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू में इमरान खान ने उन आर्थिक लाभों पर भी बात की जो दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के जरिए हासिल हो सकते हैं. इमरान ने बताया कि दोनों ही देशों को इसका बड़ा फायदा होगा, लेकिन बीजेपी के रहते यह संभव नहीं है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जब से सत्ता से बेदखल हुए हैं तब से ही किसी न किसी वजह से मीडिया की सुर्खियां बने रहते हैं. कभी वह खुद पर लगे करप्शन के आरोपों की वजह से तो कभी शहबाज शरीफ सरकार पर आरोप लगाकर मीडिया में बने रहते हैं. कई बार उन्होंने भारत की विदेश नीति की तारीफ करके भी काफी चर्चाएं बटोरीं हैं. अब एक बार फिर वह सुर्खियों में हैं, लेकिन वजह इस बार भारत की तारीफ नहीं, बल्कि भारत से संबंधों को लेकर बीजेपी सरकार पर की गई उनकी टिप्पणी है. आइए जानते हैं इस बार इमरान खान ने ऐसा क्या कहा है.
कश्मीर पर भारत का रुख संबंधों में मुख्य रोड़ा
इमरान खान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, यह पाकिस्तान की जरूरत है. लेकिन यह तब तक मुमकिन नहीं होगा, जब तक भारत में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार रहेगी. ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू में इमरान खान ने उन आर्थिक लाभों पर भी बात की जो दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के जरिए हासिल हो सकते हैं. इमरान ने बताया कि दोनों ही देशों को इसका बड़ा फायदा होगा, लेकिन इसके बीच में जम्मू-कश्मीर पर भारत का रुख मुख्य रोड़ा होगा. हमें इस मुद्दे पर एक मजबूत रोडमैप की जरूरत है.
भारत से नहीं चाहते युद्ध करना
इमरान खान ने आगे कहा, बीजेपी की सरकार हार्डलाइन है और उनके मुद्दे राष्ट्रवाद से जुड़े होते हैं. राष्ट्रवाद का जिन अगर बोतल से बाहर आ जाए तो उसे वापस बंद करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इमरान ने कहा कि हम अफगानिस्तान, ईरान और चीन समेत पाकिस्तान के सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं. हम नहीं चाहते कि फिर कोई युद्ध हो. भारत और पाकिस्तान चार युद्ध लड़ चुके हैं और हर बार इसमें पाकिस्तान को ही हार का सामना करना पड़ा है.
आर्टिकल 370 की वजह से खत्म किए संबंध
इमरान खान से जब यह पूछा गया कि भारत के साथ संबंधों को पाकिस्तान की ओर से खराब किया गया है और यह तब हुआ जब आप सत्ता में थे. आपने ही भारत के साथ ट्रेड रिलेशन खत्म किया था, तो इस सवाल के जवाब में इमरान खान ने कहा- 'जब भारत ने आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया और कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया तो हमें उनके साथ संबंध खत्म करने पड़े.' बता दें कि 5 अगस्त 2019 को कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया था। इसी महीने में औपचारिक रूप से पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने संबंधों को घटा दिया था.