वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
मेरठ- इज्जत खातिर मां ने अपने दिल पर पत्थर रखा और बेटी के कत्ल का गुनाह कर बैठी। प्रथम जांच में सामने आया कि मां ने बेटी के हाथ पकड़े और ममेरे और मौसेरे भाईयों ने बलकटी से गला काट दिया। हालांकि, देर रात तक पुलिस सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ करती रही। बार-बार आरोपित पुलिस को गुमराह कर रहे थे। पुलिस की एक टीम देर रात तक आरोपितों से पूछताछ करती रही, जबकि दूसरी टीम गंगनहर के किनारे आस्था के सिर को तलाश करती रही। पुलिस ने आरोपितों की कार भी कब्जे में ले ली है। कार से भी आस्था के खून के धब्बे में मिल गए है।
पहले पहचान करने से कर दिया था इनकार -
प्रेमी अमन ने धड़ को देखते ही आस्था की पहचान कर ली, जब पुलिस आस्था की मां राकेश और उसके दोनों बेटों को लेकर आई। उन्होंने शव की पहचान करने से इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस मौसेरे और ममेरे भाईयों को उठाकर लगाई। तब भी बार बार आरोपित बयान बदलते रहे। देर रात सख्ती से पूछताछ करने पर मां राकेश ने हत्या करना कबूल कर लिया। हालांकि, इस हत्याकांड से राकेश के दोनों बेटों का हाथ नहीं है। उसके मौसेरे और ममेरे भाईयों ने ही हत्याकांड को अंजाम दिया है।
आस्था के पिता रमेश भी छत्तीगढ़ से घटना की जानकारी मिलने के बाद मेरठ के लिए रवाना हो चुके थे। दादरी में हत्या करने के बाद शव को परतापुर में फेंका था पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपितों ने आस्था की दादरी में घर के अंदर ही हत्या की। उसके बाद कार में शव को रखकर परतापुर में फेंक दिया, जबकि सिर को दूसरी कार से गंगनहर में फेंका गया है।
बताया जाता है कि बुधवार की रात एक बजे के करीब हत्या कर शव को चार बजे फेंका गया है। दादरी से शव को परतापुर हाईवे से कार में डालकर लाया गया। हाईवे पर कहीं भी दोनों कारों को चेकिंग के लिए नहीं रोका गया। मां राकेश ने बताया ने पूछताछ में हत्या करना कबूल कर लिया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि गर्दन कटी लाश की पहचान स्वजन के मुताबिक, आस्था के रूप में हुई है। उसकी मां और ममेरे एवं मौसेरे भाईयों ने हत्या की है। पुलिस ने सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। आस्था के सिर की तलाश गंगनहर में की जा रही है। प्रेमी के साथ शादी करने की जिद करने पर ही आस्था की हत्या की गई है।