वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-पांच साल की बिट्टो घर में खेल रहा थी। खेल-खेल में वह किसी तरह ड्रेसिंग में बंद हो गई। जब बच्ची घर में नहीं दिखी तो घरवालों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका पता नहीं चला। वह पुलिस के पास पहुंच गए। बाद में परिजनों ने फिर से घर में खोजबीन की तो बिट्टो ड्रेसिंग टेबल में बेहोश मिली।
बदायूं के बिसौली कस्बे के मोहल्ला ठकुराइन होली चौक में एक बच्ची खेल-खेल में ड्रेसिंग टेबल में बंद हो गई। परिवार वाले करीब डेढ़ घंटे तक उसे ढूढ़ते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। उन्होंने कोतवाली जाकर उसके लापता होने की सूचना दी तो पुलिस ने भी बच्ची की खोजबीन शुरू करा दी लेकिन बाद में बालिका ड्रेसिंग टेबल के अंदर बेहोश पड़ी मिली
होली चौक निवासी राहुल शर्मा की पांच साल की बेटी बिट्टो बुधवार शाम अपने घर में खेल रही थी। खेल-खेल में बच्ची ड्रेसिंग टेबल में जाकर छिप गई लेकिन बाहर नहीं निकल पाई। कुछ देर बाद परिवार वालों का उस पर ध्यान गया तो उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। उन्होंने आस-पड़ोस में उसे तलाश किया। जब कुछ पता नहीं चला तो परिवार वाले कोतवाली पहुंचे।
मेले से कराया गया एनाउंस
परिजनों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने भी बच्ची की तलाश शुरू करा दी। पास में चल रहे मेले में एनाउंस कराया गया। चीता मोबाइल पुलिस ने उसे कस्बे में ढूंढना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ घंटा तक परिवार वाले उसे तलाश करते रहे।
बाद में उन्होंने अपने घर में बच्ची को तलाश किया। उन्होंने ड्रेसिंग टेबल खोलकर देखा तो उसमें बालिका बेहोश पड़ी मिली। परिवार वाले उसे नजदीकी डॉक्टर के पास ले गए। जहां उसका प्राथमिक उपचार कराया गया। फिलहाल बच्ची ठीक है। उन्होंने बच्ची के मिलने की सूचना पुलिस को दे दी है।
छोटे बच्चों के मामले में रहें सावधान
- छोटे बच्चे पर हर समय नजर बनी रहनी चाहिए। उनके क्रियाकलापों पर नजर रखें कि वे क्या कर रहा है।
- खेलते समय बच्चों का विशेष ध्यान रखें। अनजाने में वे किसी चीज से अपना शारीरिक नुकसान कर सकते हैं।
- बच्चे यदि घर में खेल रहे हों तो बिजली उपकरण चालू नहीं होने चाहिए।
- अक्सर बच्चे खेलते समय अलमारी, बक्से आदि में छिप जाते हैं। ऐसे में इन चीजों का ध्यान रखें कि वे लॉक हैं या नहीं।
- बच्चों की मानसिकता होती है कि वे खेल में बड़ों का हस्तक्षेप नहीं चाहते, ऐसे में उनका ध्यान रखना जरूरी है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर व मनोचिकित्सक डॉ. नरवीर यादव के अनुसार