वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-महाराष्ट्र की राजनीति में हुए ताजा बदलावों के बाद एक अगस्त को होने वाले इस कार्यक्रम पर सभी की नजर होगी। दो जुलाई को अजित के एनडीए में शामिल होने और राज्य के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद शरद पवार ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला था।
एनसीपी में अजित पवार की बगावत के बाद बदले राजनैतिक परिद्रश्य बदल गया है। एक ओर जहां शरद पवार और अजित पवार के बीच पार्टी और निशान को लेकर जंग शुरू हो गई है। वहीं दूसरी ओर, शिवसेना के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर उद्धव ठाकरे की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी शिंदे गुट के विधायकों में तनातनी चल रही है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। कहा जा रहा है कि पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शरद पवार और अजित पवार एक अगस्त को एक साथ एक मंच पर नजर आ सकते हैं। हालिया घटनाक्रम को देखते हुए इसे बेहद अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री को किया जाएगा सम्मानित
दरअसल, एक अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक समारोह में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में शरद पवार को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने इस बारे में जानकारी दी है। आयोजकों ने यह भी बताया है कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार को भी इसके लिए आमंत्रित किया गया है। उनके अतिरिक्त अन्य आमंत्रितों लोगों में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस शामिल हैं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक तिलक ने बताया कि तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट (हिंद स्वराज संघ) एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की 103वीं पुण्यतिथि पर पीएम को सम्मानित करेगा। पीएम मोदी को उनके सर्वोच्च नेतृत्व और नागरिकों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस दौरान पीएम को एक स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र से देकर सम्मानित किया जाएगा।
ट्रस्ट के बयान में यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री के सर्वोच्च नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा के तहत देश प्रगति की सीढ़ियां चढ़ रहा है।
एनसीपी में बगावत के बाद ये कार्यक्रम अहम
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में हुए ताजा बदलावों के बाद एक अगस्त को होने वाले इस कार्यक्रम पर सभी की नजर होगी। दो जुलाई को अजित के एनडीए में शामिल होने और राज्य के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद शरद पवार ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला था। पवार ने पीएम मोदी को एनसीपी नेताओं के 'भ्रष्टाचार' के बारे में उनके बयानों को याद दिलाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
शरद पवार ने साधा था पीएम पर निशाना
तब शरद पवार ने कहा था, 'ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री ने राकांपा और उन सभी लोगों को बरी कर दिया है, जिनके खिलाफ उन्होंने आरोप लगाए थे। मुझे आज खुशी है कि उन्होंने राकांपा के कुछ सहयोगियों को कैबिनेट में जगह दी। यह दिखाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लगाए गए आरोप तथ्यात्मक नहीं थे। इसके लिए मैं उनका आभारी हूं।'