वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-कड़ी सुरक्षा में महाराजगंज जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी को सोमवार को कानपुर कोर्ट लाया गया। जाजमऊ आगजनी मामले में अभियोजन की ओर से कोर्ट में गवाह नहीं पेश किया जा सका। कोर्ट ने मंगलवार की तारीख मुकदमे में नियत कर दी।
कानपुर में जाजमऊ आगजनी मामले में अभियोजन की ओर से सोमवार को कोर्ट में गवाह नहीं पेश किया जा सका। इसके कारण एमपीएमएलए सेशन कोर्ट ने मंगलवार की तारीख मुकदमे में नियत कर दी। वहीं एमपीएमएलए लोअर कोर्ट में भी इरफान के मामलों की सुनवाई नहीं हो सकी। कोर्ट ने इसमें 4 जुलाई की तारीख नियत कर दी है। मुकदमों की सुनवाई न होने के कारण इरफान को लगभग दो बजे ही कोर्ट से वापस महाराजगंज जेल के लिए रवाना कर दिया गया।
महाराजगंज जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी को सोमवार को कड़ी सुरक्षा में कानपुर लाया गया। सपा विधायक की एमपीएमएलए सेशन कोर्ट व लोअर कोर्ट में कई मुकदमों में पेशी थी। सेशन कोर्ट में जाजमऊ में प्लाट में हुई आगजनी के मामले में अभियोजन को 15वें गवाह के रूप में मुख्य विवेचक को पेश करना था और उसके बयान दर्ज किए जाने थे। विवेचक गवाही देने नहीं आ सके।
अभियोजन ने समय की मांग की जिस पर कोर्ट ने कल की तारीख नियत कर दी। वहीं लोअर कोर्ट में बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान का फर्जी निवास प्रमाण पत्र जारी किए जाने, सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद नसीम आरिफ द्वारा जमीन कब्जाने के मामले में जाजमऊ थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे के अलावा पुलिस विवाद से संबंधित मामले, कोरोना काल के दौरान कोविड नियमों का उल्लंघन करने संबंधित मामले, आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित मुकदमों में पेशी होनी थी। अधिवक्ता करीम अहमद सिद्दीकी ने बताया कि इन मामलों में भी सुनवाई नहीं हो सकी। कोर्ट ने इन मुकदमों में 4 जुलाई की तारीख नियत कर दी है।
इंसाफ अभी जिंदा है
पेशी पर कोर्ट जाते समय मीडिया कर्मियों के कई सवालों पर इरफान मुस्कुराते हुए बोले, ऊपर वाला है इंसाफ अभी जिंदा है। उन्होंने हाथ उठाकर अपने समर्थकों व परिवार के लोगों का अभिवादन किया। पत्नी नसीम पर लग रहे आरोपों से संबंधित सवाल पर वह चुप्पी साध गए।