वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-बलिया : में अधिकारियों और विभाग के बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिले में एक के बाद एक विकास की योजनाएं विवादों में फंसती जा रही है। पहले सुरहा ताल के ईको सेंसेटिव जोन में बन रही जननायक चंद्रशेखर यूनिवर्सिटी के निर्माण पर एनजीटी ने रोक लगाई थी लेकिन अब ताल क्षेत्र में नगर पालिका बलिया की ओर से कूड़ा निस्तारण प्लांट बनाने की शिकायत पर सुनवाई करते हुए अधिशासी अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मॉनिटरिंग सेल से इस पर रिपोर्ट तलब की है। जिसके बाद तीन करोड़ की ज्यादा की लागत से तैयार हुए कूड़ा निस्तारण केंद्र पर भी खतरा मंडराने लगा है।
सुरहाताल के इको सेंसेटिव जोन (एक किमी) के दायरे में निर्माण को लेकर सुनवाई करते हुए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने मार्च में जननायक चंद्रशेखर विवि के निर्माण पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी थी। इसके साथ ही जिलाधिकारी और काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर को निर्देशित किया था कि ईको सेंसेटिव जोन का चिह्नांकन कर इसके दायरे में किए गए अवैध निर्माण को