वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-लखनऊ नगर निगम में चूने की खरीद में खेल हो गया है। एक बाबू और स्टाेर इंचार्ज को हटा दिया गया है।
आरोप है कि दोगुनी दर पर खरीद कर करीब एक हजार कुंतल चूना खपा दिया गया। भुगतान के समय खेल खुल गया।
लखनऊ नगर निगम में घोटाला कर महंगे दर पर खरीदा गया 1000 कुंतल चूना शहर में खपा दिया गया।
तय दर 371 रुपए से लगभग दोगुने दाम 600 रुपए कुंतल में चूना खरीदा गया। भुगतान की प्रक्रिया के दौरान मामला पकड़ा गया।
इसके बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में सप्लाई करने वाली कंपनी से पत्र लिखा लिया कि वह पुरानी दर पर ही चूना देने को तैयार है।
फिलहाल अभी तक कंपनी को इसका भुगतान नहीं किया गया है। निगम प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बाबू और स्टोर इंचार्ज को हटा दिया है।
नगर निगम में यह चूना घोटाला मार्च में हुआ था। बीते वर्ष नगर निगम ने चूना खरीदने का जो टेंडर कराया था उसमें सबसे कम का टेंडर एक फर्म ने डाला था।
उसने पूरे वर्ष नगर निगम को 371 रुपए कुंतल में चूना सप्लाई करने का टेंडर भरा था। नगर निगम का उसके साथ करार हुआ था।
लेकिन चार महीने पहले ही उसने निगम को चूना सप्लाई से मना कर दिया। इसके बाद निगम के कुछ अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने चूना खरीद की नयी फाइल तैयार कर डाली।
इसमें पुरानी दर से लगभग दोगुना ज्यादा कीमत पर चूना खरीद लिया गया। चूना बाला कदर रोड स्थित स्टोर में पहुंच भी गया।
बाबू बना बलि का बकरा
चूना खरीद घोटाले में बड़ों को बचा लिया गया है। छोटों की बलि चढ़ाई गई है। नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने इस मामले में स्टोर के प्रभारी व बाबू सत्यव्रत यादव को स्टोर से हटा दिया है।
उसकी जगह नया स्टोर प्रभारी बनाया गया है। वहीं, जिन अधिकारियों ने 371 की जगह 600 रुपए कुंतल चूना खरीद की मंजूरी दी थी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
600 रुपए कुंतल की दर से भुगतान के लिए जब फाइल मेरे पास आयी तब हमने ही यह मामला पकड़ा। फिलहाल इस प्रकरण में तत्काल प्रभाव से बाबू को हटा दिया गया है।
मामले की जांच की जा रही है। जल्दी ही कुछ और लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।