वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-पीड़ित परिजनों का कहना है कि RSS-BJP के दबाव में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप है कि इसलिए ही पुलिस स्निग्धा के हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही। मेरठ में गंगानगर के स्निग्धा हत्याकांड में ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से परिजनों में आक्रोश है। उन्होंने मंगलवार को एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा नेताओं के दबाव में पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। मेरठ में गंगानगर के स्निग्धा हत्याकांड में ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से परिजनों में आक्रोश है। उन्होंने मंगलवार को एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा नेताओं के दबाव में पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में उन्हें न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है। यदि कार्रवाई नहीं की जाती है तो उच्चाधिकारियों के समक्ष यह मामला रखा जाएगा। उन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री तक पहुंचने की बात कही। गंगानगर के डिफेंस कॉलोनी निवासी विपिन कुमार मल्होत्रा की बेटी स्निग्धा की शादी 13 दिसंबर 2021 को कोणार्क कॉलोनी निवासी उदित आर्य से हुई थी। विपिन का आरोप था कि शादी के बाद से ससुराल पक्ष 60 लाख रुपये और कार की मांग करने लगा था। बेटी को प्रताड़ित किया गया। इसी वजह से 19 सितंबर को स्निग्धा ने न्यूटिमा अस्पताल में मृतक बेटी को जन्म दिया। एक माह बाद स्निग्धा की मौत हो गई थी। परिजनों ने पति उदित आर्य, सास मधु आर्य, देवर शुभम आर्य, ससुर राकेश आर्य समेत बुआ अनीता जैन पर दहेज हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। विपिन ने कहा कि इतना समय गुजरने पर भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की गई। अब उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई जाएगी। प्रेस कांफ्रेंस में विपिन, उनकी पत्नी वीनू और बेटी डॉ. संजना मल्होत्रा शामिल रहीं।
अस्पताल के डॉक्टर पर मिलीभगत का आरोप
प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि होम्योपैथी दवा के नाम पर स्निग्धा को जहर दिया गया। इसके साथ ही न्यूटिमा अस्पताल के डॉक्टरों पर भी सवाल खड़े किए है। उनका आरोप है कि स्टाफ ने मृत बेटी बताई थी, जबकि डिस्चार्ज कार्ड में बेटा दिखाया गया। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. संदीप गर्ग का कहना है कि फाइल में बेटी लिखा है, गलती से डिस्चार्ज कार्ड में बेटा लिखा गया था। पुलिस जांच के लिए आई थी। हमने स्वीकार किया है कि यह गलती हुई।